इस तरह हम दोनो की बात बिल्कुल बंद ही हो गई, मैं एक मंथ के लिए पुणे में काम करने लगा, एक दिन मैं मॉल में घूमने गया था, तो मुझे एक लड़की जानी पहचानी सी लगी, मैने ध्यान से देखा तो वो रूचि ही थी, मैं तुरंत जा के उसे मिला, वो उस टाइम अकेली थी, उससे बात की तो उसने लाइफ के बारे में थोड़ा बताया, वो भी एक मंथ से काम कर रही थी, बंगलोर में.